बंगाल विभाजन के समय वायसराय लॉर्ड कर्जन था। जिसने 19 जुलाई 1905 को बंगाल विभाजन किया, जो 16 अक्टूबर 1905 से प्रभावी हुई थी। बंगाल विभाजन का उद्देश्य बंगाल की राजनीतिक जागरूकता और एकता को तोड़ना एवं हिन्दू मुस्लिमों के बीच वैमनस्यता बढ़ाना था, परन्तु बंगाल विभाजन से स्वदेशी आन्दोलन और भी तीव्र हुआ तथा राष्ट्र में एक नई ऊर्चा का संचार हुआ।....Read more